दर्द की कहानी: मोहम्मद शमी का जीवनयात्रा, वर्ल्ड कप में बल्ले से नहीं, इंजेक्शन से दिखाई दी शक्ति

नमस्कार दोस्तों। अब यह बताया जा रहा है कि मोहम्मद शमी ने इंजेक्शन ले लेकर वर्ल्ड कप खेल हैं। वह हमेशा दर्द में रहते थे और इस वजह से वह अस्पताल भी जाते थे। मैं आज के बाद सब होटल जाते थे और जश्न मनाते थे तब मोहम्मद शमी सीधा अस्पताल जाते थे और वहां पर अपना चेकअप कराते थे। वह बहुत दर्द में रहते थे और इसका खुलासा खुद मोहम्मद शमी ने किया है।

मोहम्मद शमी एक इंटरव्यू में दिल खोलकर अपने सारे बात रखे हैं। वह एक से बढ़कर एक संघर्ष के पथ में चल रहे हैं। और यहां तक का सफर उनका आसान नहीं था और वह जहां पर पहुंचे हैं वह बहुत ही दिग्गज खिलाड़ी बन गए हैं और इस वर्ल्ड कप में एक गुरूत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहे थे।

मोहम्मद शमी का भीषण संघर्ष: दर्द से भरी जिंदगी में खेला वर्ल्ड कप, रोजाना अस्पताल जाने की कहानी

और उनकी अच्छे प्रदर्शन के वजह से ही उनको गोल्डन बॉल भी मिली। उन्होंने बताया था कि जब टेस्ट , वन डे और t20 सीरीज के दौरान हुआ ऑस्ट्रेलिया में थे तब उनके घुटनों में सूजन आ गई। और इसके वजह से उन्होंने दूसरे टेस्ट मैच नहीं खेल पाए। क्योंकि उनके घुटनों के हालात और खराब हो गई थी। कोई और होता तो फिर यह वर्ल्ड कप नहीं खेलता।

मोहम्मद शमी

डॉक्टर और महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें एक ही सलाह दिया था कि या फिर वर्ल्ड कप खेलने के बाद वह ऑपरेशन करें या तो ऑपरेशन पहले ही कर ले।और डॉक्टर ने भी उन्हें बता दिया था कि ऑपरेशन तो करना ही होगा। 2015 वर्ल्ड कप से पहले ही उनके घुटनों में सूजन थी।

और उन्होंने यह बताया कि उन्होंने वर्ल्ड कप खेला और हर मैच के बाद टीम इंडिया होटल जाती थी लेकिन वह डॉक्टर के पास इंजेक्शन लेने के लिए जाते थे। और इसी दौरान उन्होंने बताया कि जब कोई देश के लिए खेलते हैं तब वह सब कुछ भूल जाते हैं। इस बात से आपको पता चल रहा होगा कि मोहम्मद शमी वर्ल्ड कप खेलने के लिए अपने सेहत के साथ भी कितने संघर्ष किए हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top